
त्रिग्रही योग में 26 फ़रवरी को मानेगी महा शिवरात्रि
महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी, बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का पावन उत्सव मनाया जाता है।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की इसबार शिवरात्रि के दिन त्रिग्रही युति योग बन रहा है। ऐसा अद्भुत संयोग 60 साल पहले बना था। सूर्य, बुध व शनि की युति कुंभ राशि में बनेगी। सूर्य व शनि पिता पुत्र हैं और सूर्य शनि की कक्षा अर्थात शनि की राशि कुंभ में रहेंगे।इस दृष्टि से यह विशिष्ट संयोग भी है।यह योग लगभग एक शताब्दी में एक बार बनता है।महाशिवरात्रि 26 फरवरी को बुधवार के दिन श्रवण उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग, वणिज उपरांत शकुनीकरण योग बन रहे है।
इस दिन देवों के देव महादेव की पूजा करने का शास्त्रों में विशेष विधान बताया गया है। धार्मिक मान्यता है कि जो भी जातक इस दिन व्रत रखता है, नियमपूर्वक पूजा करता है, उसकी मनोकामना पूर्ण होने में समय नहीं लगता। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि जो भी श्रद्धालु इस दिन सच्चे मन से व्रत रखता है, उसके वैवाहिक जीवन में कभी कोई दिक्कत नहीं आती।
महाशिवरात्रि पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी को सुबह 11:08 बजे से प्रारंभ होकर 27 फरवरी को सुबह 8:54 बजे तक रहेगी। 
महाशिवरात्रि पर रात्रि के चार प्रहरों में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है।
प्रथम प्रहर: शाम 6:39 बजे से रात 9:43 बजे तक
•द्वितीय प्रहर: रात 9:43 बजे से मध्यरात्रि 12:47 बजे तक
•तृतीय प्रहर: मध्यरात्रि 12:47 बजे से सुबह 3:51 बजे तक
•चतुर्थ प्रहर: सुबह 3:51 बजे से 6:55 बजे तक
निशिता काल पूजा का समय 27 फरवरी को रात 12:23 बजे से 1:12 बजे तक रहेगा। व्रत पारण का समय 27 फरवरी को सुबह 6:55 बजे से 8:54 बजे तक है।
शिवरात्रि पर पूजा विधि
1.प्रातःकालीन तैयारी: सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें।
2.शिवलिंग का अभिषेक: शिवलिंग को गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से स्नान कराएं।
3.पूजा सामग्री अर्पण: बेलपत्र, धतूरा, भांग, बेर, जौ की बालें, तुलसी दल, मंदार पुष्प आदि भगवान शिव को अर्पित करें।
4.मंत्र जाप: “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें और भगवान शिव का ध्यान करें।
5.आरती और प्रसाद: भगवान शिव की आरती करें और प्रसाद वितरण करें।
महाशिवरात्रि पर राशि अनुसार शिव की पूजा करे
मेष राशि के लोग भगवान शिव की पूजा करें.
वृषभ राशि के लोग शिव जी को दही और दूध से अभिषेक करें.
मिथुन राशि के लोग शिवलिंग पर बेल पत्र और लाल फूल चढ़ाएं.
कर्क राशि के लोग शिव जी को दूध अर्पित करें.
सिंह राशि के लोग शिव जी को शहद और गुड़ का भोग लगाएं.
कन्या राशि के लोग शिव जी का बेल पत्र और शहद से अभिषेक करें.
तुला राशि के लोग शिव जी का दूध, दही, घी और शहद से अभिषेक करें.
वृश्चिक राशि वाले शिवम् का अभिषेक शहद से करे व लाल फूल अर्पित करे।
धनु राशि वाले शिव पर पीले फूल चढ़ाये दूध एवम हल्दी से अभिषेक करे।
मकर राशि के लोग शिव जी को बेलपत्र, दही, गंगाजल और गाय का दूध आदि अर्पित करें.
कुंभ राशि के लोग भगवान शिव के साथ-साथ शनि देव की पूजा करें.